वार्षिक नवरात्रि विशेष मुहूर्त 2020



!!श्रीर्जयति!!

श्रीललिता महात्रिपुर सुन्दरी श्री श्रीजी शक्तिपीठ मथुरा

मांगलिक कार्य व ज्योतिष फलित केंद्र


वार्षिक नवरात्रि25/3/2020-02/4/2020    चैत्र शुक्ल प्रतिपदा-नवमी


नवरात्रि विशेष मुहूर्त 2020
25/3/2020
बुधवार
घटस्थापन
प्रातः 6:40-9:42 लाभ वेला,
दिवा 11:13-12:00 शुभ वेला
27/3/2020
शुक्रवार
गणगौरी पूजा
दिवा 11:42-12:31 अभिजित वेला
01/4/2020
बुधवार
श्री दुर्गाष्टमी कन्या पूजा
दिवा 10:32-12:05 शुभ वेला,
3:12-6:19 चल, लाभ वेला
02/4/2020
गुरुवार
श्रीदुर्गा नवमी कन्या पूजा
श्रीराम नवमी कन्या पूजा
दिवा 11:40-12:30 अभिजित वेला

श्री मद्देवीभागवत के अनुसार करें  कन्या पूजन


एकवर्षा न कर्तव्या कन्या पूजाविधौ नृप। परमज्ञा तु भोगानां गन्धादीनां च बालिका।।(3/3/40)
कुमारिका तु सा प्रोक्ता द्विवर्षा या भवेदिह। त्रिमूर्तिश्च त्रिवर्षा च कल्याणी चतुरब्दिका।।(3/3/41)
रोहिणी पञ्चवर्षा च षड्वर्षा कालिका स्मृता। चण्डिका सप्तवर्षा स्यादष्टवर्षा च शाम्भवी।।(3/3/42)
नववर्षा भवेद् दुर्गा सुभद्रा दशवार्षिकी। अत ऊर्ध्वं न कर्तव्या सर्वकार्यविगर्हिता।।(3/3/43)

अर्थात- पूजा विधि में एक वर्ष की अवस्था वाली कन्या नहीं लेनी चाहिए क्योंकि वह कन्या गन्ध और भोग आदि पदार्थ के स्वाद से बिलकुल अनभिज्ञ रहती है। कुमारी कन्या वह कही गयी है जो दो वर्ष की हो चुकी हो। तीन वर्ष की कन्या त्रिमूर्ति, चार वर्ष की कन्या कल्याणी, पाञ्च वर्ष की कन्या रोहिणी, छः वर्ष की कन्या कालिका, सात वर्ष की कन्या चण्डिका, आठ वर्ष की कन्या शाम्भवी, नौ वर्ष की कन्या दुर्गा, और दस वर्ष की कन्या सुभद्रा कहलाती है। इससे ऊपर की अवस्था वाली कन्या का पूजन नहीं करना चाहिए, क्योंकि वह सभी कार्यों में निन्द्य मानी जाती है। इन नामों से कुमारी का विधिवत् पूजन सदा करना चाहिए। (3/3/40-43)


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